नया रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए लगने वाली लागत
नया रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए लगने वाली लागत

अपना रेस्टोरेंट शुरू करने से पहले आपको शुरुआती लागत को सीमित रखने के लिए अच्छी तरह से सोच विचार करना चाहिए। ऐसा करने से आपका लॉन्च एक आरामदायक और सफल अनुभव रहेगा, फिर चाहे आप बिलकुल नए सिरे से शुरू कर रहे हो या फिर किसी चल रहे रेस्टोरेंट को खरीद रहे हो। 

रेस्टोरेंट का प्रकार : खर्चे तय करने से पहले आप किस तरह का रेस्टोरेंट बनाना चाहते हैं, ये तय करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि अलग-अलग प्रकार के रेस्टोरेंट्स के लिए अलग किस्म के खर्चे आते हैं। 

निर्माण मूल्य : ये आपकी योजना का सबसे खर्चीला भाग है। आप बिलकुल नए सिरे से शुरू कर रहे हो या फिर किसी पहले से चल रहा रेस्टोरेंट खरीद रहे हो। आपको कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। नया रेस्टोरेंट शुरू करने में रेस्टोरेंट खरीदने से ज्यादा खर्च होगा। दोनों से मिलने वाले लाभों की तुलना की जाए, तो कोई सक्रीय रेस्टोरेंट खरीदने से आपका कैश फ्लो तुरंत शुरू हो सकता है। अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं। जैसे आप अपना रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए बनी बनाई जगह चुन सकते हैं, लेकिन इससे आपका किराए का खर्च बढेगा।     

लाइसेंसेज और परमिट्स : नया रेस्टोरेंट शुरू करने से पहले आपको व्यवसाय के लिए आवश्यक लाइसेंसेज लेना जरूरी है। आपको खाद्य सुरक्षा लाइसेंस, स्वास्थ्य/उद्योग लाइसेंस, भोजनगृह लाइसेंस, लिकर लाइसेंस (अगर आप शराब परोसने वाले हो, तो) जैसे लाइसेंस भी लेने होंगे।

बीमा : नया रेस्टोरेंट शुरू करने के लिए खरीदी हुई जायदाद के नुकसान से बचने के लिए  उसका बीमा करवाना जरूरी है।  

मार्केटिंग : रेस्टोरेंट शुरू करने से पहले आपको अपने मार्केटिंग अभियानों पर एक चौकस नजर फेरना चाहिए। इनमें भी काफी पैसा खर्चा हो सकता है। इसीलिए आपको अपनी मार्केटिंग का माध्यम सावधानी से चुनना चाहिए।

कर्मचारी वेतन : आप चाहे नया रेस्टोरेंट बाँध रहे हैं या फिर कोई चलता हुआ रेस्टोरेंट खरीद रहे हैं। आपको लोगों को नौकरी पर रखते हुए अच्छी तरह सोचना चाहिए। कम लोगों से शुरू करते हुए, जैसे-जैसे नकदी की आवक बढ़ती है, वैसे कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने में समझदारी है। 

किचन के उपकरण खरीदना : ये बात समझना जरूरी है कि सभी किचन उपकरण खरीदना आपके कुल व्यय को बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकता है। इसीलिए अच्छा ये रहेगा कि आप पहले मेन्यू निश्चित कर लें, ताकि आप जरूरत की हिसाब से ही साजो-सामान खरीदेंगे। ये हो जाने के बाद, उस सामान की आपूर्ति के लिए किसी विक्रेता को निश्चित कर लें। नए कर्मचारी चुनते हुए जितनी एहतियात बरती जाती हैं, वही रवैया विक्रेता निश्चित करते समय भी अपनाएं। आपको विक्रेता कीमतों से नहीं, बल्कि उसके लिए लोगों के अनुमोदन पर निश्चित करना चाहिए। उनका काम, समयबद्धता और आपके साथ अच्छे कामकाजी सम्बन्ध - इन सब बातों को मद्देनजर रखते हुए आपको ये निर्णय लेना चाहिए। ये भी जरूरी है कि आप जरूरत से ज्यादा विक्रेताओं की सेवाएं ना लें, क्योंकि इससे आपके खर्च पर परिणाम हो सकता है। 

फर्नीचर मूल्य : यदि आप नए सिरे से रेस्टोरेंट शुरू कर रहे हैं, तो आपको बेसिक फर्नीचर के खर्च के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर आप मौजूदा रेस्टोरेंट खरीद रहे हैं, तो फिक्सचर को भी उसी खर्चे में जोड़ सकते हैं। 

सक्रिय पूँजी : जब आप रेस्टोरेंट शुरू करेंगे, तब आपको स्टार्ट-अप काल के लिए कुछ कैश की जरूरत पड़ेगी। इस समय में नकदी की आवक की बजाय खर्च के रूप में जावक ही होती है। 

प्रौद्योगिकी : आपको कम से कम एक पर्सनल कंप्यूटर की, जिसमें एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर इनस्टॉल किया हो और एक फोन, LAN कनेक्शन की भी आवश्यकता होगी। 

स्टार्ट-अप समय के दौरान आपको किसी-भी चीज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसीलिए स्टार्टअप की लागत-योजना बनाते वक्त सब चीजों पर अच्छी तरह सोच-विचार कर लेना चाहिए।

 
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